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क्या इस पूरी दुनिया मैं भूत - प्रेत सचमुच होते हैं ? kya bhoot such main hote hain.

                                                                 रोचक तथ्य 


रोचक तथ्य >> क्या भूत - प्रेत सच मैं होते हैं और वे कंहाँ रहते हैं ?




क्या आपके मन मैं कभी ये ख्याल आया है कि इस धरती पर भूत - प्रेत जैसी कोई  नेगेटिव एनर्जी होती है | या ये सब मन का एक बहम है |


तो आइये जानते हैं |


'हम सब ने एक बात जरुर नोटिस की है यदि हम  रात के अंधेरे मैं सुनसान सड़क पर जा रहे होते हैं  तो हमारे मन मैं उस समय एक ही ख्याल आता है कि हमें शायद कोई Observe कर रहा है देख रहा है और हम अपने चारों और देखने लगते हैं उस समय हमारे मन मैं पैरानोर्मल के प्रति एक सकारात्मक भाव उत्पन्न हो जाता है और हम थोड़ा डर जाते हैं | और ये ज्यादातर इंसानों के साथ हुआ है |




पैरानोर्मल यानी भूत प्रेत के प्रति हमें Positive Thinking रखनी चाहिए या नहीं | इसी के चलते इस विडियो को हमने 3 भाग मैं Divide किया है |


1.जो भूतों मैं यानी पैरानोर्मल मैं विश्वास करते हैं |

2.जो भूत - प्रेत मैं विश्वास नहीं करते |

3.Science का इन भूत - प्रेतों के बारे मैं क्या कहना है |


(1) को देखते हैं जो भूतों मैं यानी पैरानोर्मल मैं विश्वास करते हैं |


ज्यादातर भूत प्रेत मैं वो लोग विश्वास करते हैं जिन्होंने सच मैं भूत - प्रेत को अपनी आँखों से देखा है या उनके साथ कुछ ऐसी Unwanted घटनायें घटित हो चुकी हैं जैसे की कभी फोटो खीचते वक्त किसी आत्मा का फोटो मैं आ जाना , ज्यादातर होरर फिल्म देखना ,और अपने सपनो मैं भूतों को देखकर डर जाना जिसके चलते वो भूत - प्रेत मैं विश्वास करने लगे | 


और कुछ लोग तो इस दुनिया मैं ये दावा करते हैं की वो मरकर वापस जिन्दा हुए हैं जिसे लोग Near Death Experince कहते हैं जिसके चलते जो व्यक्ति इन पैरानोर्मल्स यानी भूत - प्रेत मैं यकींन नहीं करता वो भी इस पर यकीन करने लगा है ज्यादातर ये घटनायें हमारे देश मैं ही हुई हैं | इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी विडियो क्लिप आपको देखने को मिल जायेंगी | 

और हमारी पौराणिक कथाओं मैं भी इसका उल्लेख मिलता है | जिसको पढ़कर लोग इसे सच मान लेते हैं लेकिन इसका कोई प्रमाण अभी तक सामने नहीं आया अब ये सच है या झूठ इसका पता तो इस पोस्ट के अन्न पहलु और देखने के बाद पता चलेगा तो ये कहानी उनकी थी जो भूतों मैं विश्वास रखते हैं |


अब बात करते हैं | 


(2) जो भूत - प्रेत मैं विश्वास नहीं करते |


इस दुनिया मैं ऐसे बहुत से इंसान होंगे जो कि भूत - प्रेत मैं विश्वास नहीं रखते क्यूंकि उन्होंने कभी भूत देखा ही नहीं बिना देखे बिना जाने किसी भी घटना पर विश्वास नहीं किया जा सकता चाहे वो कितनी भी होरर मूवीज या कितनी भी भूत प्रेत की कहानी क्यों न सुन ले क्यूंकि आज का जो युग है वो टेक्नोलॉजी का है जंहा एक ओर नए नए इन्वेंशन वैज्ञानिक द्वारा किये जा रहे हैं उस जगह तो भूत प्रेत का मानना सवाल ही पैदा नहीं होता |


उन लोगों के मन मैं कभी भी यह ख्याल नहीं आता की भूत प्रेत होते हैं यदि आता है तो वो अपने आप से बोलते हैं कि ये सब बकवास है अंधविश्वास है हमारे मन का बहम होता है जो हमें उस चीज के बारे मैं सोचने को मजबूर करता है और वो इस बात को हमेशा निगलेट करते हैं जब तक उन लोगों के साथ वो घटना नहीं होती तब तक वो इस तरह के अंधविश्वास को नहीं मानते और इनमें वो लोग ज्यादा पाए गए हैं जो की ज्यादा पढ़े लिखे हैं या जो अपने कीमती समय को इन बातों मैं बर्बाद नहीं करते वो सिर्फ अपनी लाइफ ,और अपनी सफलता के बारे मैं हर बक्त सोचते हैं उन लोगों को ये फालतू बातें सोचने के लिए समय ही नहीं | और ये व्यक्ति भूतों को नहीं मानते |




(3) Science का इन भूत - प्रेतों के बारे मैं क्या कहना है -


साइंस के मुताविक जब भूतों के बारे मैं सोचा जाता है तो सबसे पहले ये बात आती है कि क्या ये वस्तु है या नहीं यानी कहने का मतलब है की क्या वो दरवाजे को खुद खुल या बंद कर सकते हैं ? क्या भूत कोई चीज़ एक कमरे से दुसरे कमरे मैं फेक सकते हैं ? यदि वो इंसानी आत्मायें हैं तो वो कपड़े मैं क्यों दिखती हैं ? ये सब बातें साइंस को ना मानने पर मजबूर करती हैं | वैज्ञानिकों द्वारा भूतों को पकड़ने के लिए कुछ मशीनो का सहारा भी लिया गया है जिसमे गीगर काउंटर्स , इलेक्ट्रोमेगनेटिक फील्ड डिटेक्टर आदि मशीनो से भी भूतों को ना देखा गया और ना पकड़ा गया | आज के समय मैं वैज्ञानिकों का ये मानना है कि फिलहाल ऐसी कोई तकनीक नहीं है जिसमें भूतों की मौजूदगी और उनके आकार ,व्यवहार का पता लगाया जा सके |


अब सवाल ये उठता है कि फिर अक्सर लोगों के फोटोग्राफ्स या विडियो मैं पीछे से भागते ,मुस्कुराते और झाँकते भूत कैसे दिख जाते हैं | यदि भूत सच मैं होते हैं तो वैज्ञानिकों को इनकी जांच करने के लिए पुख्ता सबूत की जरुरत है जो फिलहाल साइंस के पास नहीं है | इसलिए साइंस भूत - प्रेत को मानने से इनकार करता है |


लेकिन ये सब उर्जा को तो मानते हैं उर्जा को केवल ये लोग ही नहीं बल्कि दुनिया का हर व्यक्ति मानता है की उसके शरीर मैं कहीं न कहीं उर्जा का वास तो अवश्य है | और इस उर्जा से सम्बंधित तथ्य वैज्ञानिकों ने भी बताया है जो इस प्रकार है |


महान वैज्ञानिक आइंस्टाइन ने भी अपनी एक थ्योरी थर्मोडाईनेमिक्स मैं कहा है कि उर्जा एक ऐसी चीज़ है जिसे न तो बनाया जा सकता है और ना ही नष्ट किया जा सकता है | उर्जा तो सिर्फ रूपांतरित कि जा सकती है जैसे एक शरीर से दूसरे शरीर मैं | तो सवाल ये उठता है क्या मरने के बाद भी वो उर्जा उपस्थित होती है तो इसका जबाब है हाँ |




क्यूंकि इन सब बातों मैं एक चीज़ तो  common होती है और वो है हमारे शरीर की उर्जा जो कभी भी नष्ट नहीं होती हमारे मरने के बाद भी वो उर्जा इस धरती पर कंही ना  कंही उपस्थित होती है | लेकिन जरुरी नहीं की वो नेगेटिव एनर्जी मैं ही बदले वो पॉजिटिव भी हो सकती है | परन्तु इस बात को खुलकर नहीं कहा जा सकता की इस पूरे वर्ल्ड मैं कोई नेगेटिव पैरानोर्मल्स एनर्जी होती है | मेरे ख्याल से तो 50 %  हो भी सकती है और नहीं भी हो सकती |


आपका क्या ख्याल है पैरानोर्मल्स के बारे मैं मुझे कमेंट करके जरुर बताना |




उम्मीद करता हूँ आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और साथ ही आपके लिए नोलेज फुल रही होगी |


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