अनोखी जानकारी
अनोखी जानकारी >> इन्टरनेट डाटा कैसे बनाया जाता है ?
दोस्तों इन्टरनेट हमारे जीवन मैं क्या मायने रखता है ये तो हम सभी भली भांति जानते हैं क्यूंकि इन्टरनेट पर हम लोग घंटों समय बिताते हैं सुबह से लेकर रात तक हम इन्टरनेट से जुड़े रहते हैं | ये हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है ये भी कहना कुछ गलत नहीं होगा कि हमें इसकी लत लग चुकी है |
लेकिन क्या कभी आपने सोचा हैं कि जिस इन्टरनेट को हम इस्तेमाल करते हैं वास्तब मैं वो क्या है ? इसका मालिक कौन है ? इसका इतिहास क्या है ? इसको कैसे बनाया जाता है और सबसे खास बात इसके फायदे और नुकसान क्या क्या होते हैं ? इन सभी सवालों के जबाब आपको आज इस पोस्ट मैं हम आपको देने वाले हैं |
इस पोस्ट को ध्यान से पूरा पढ़ना तो चलिए जानते हैं इस पूरी दुनिया के अंतरजाल को यानी INTERNET को |
1. इन्टरनेट क्या है ?
दोस्तों इन्टरनेट एक ग्लोबल सर्वर है जो कई सारे electronics devices को एक दुसरे से जोड़ता हैं | हर वो electronic device जो इन्टरनेट से जुड़ा है वो चाहे छोटा हो या बड़ा हो दुनिया के किसी भी जगह क्यों न हो एक दुसरे के साथ नेटवर्क के द्वारा अपने डाटा का आदान प्रदान करता है |
या यूँ कहें जब दो या दो से अधिक electronic device आपस मैं कनेक्ट होते हैं तो एक Network बनता है और इस नेटवर्क के द्वारा हम इन्टरनेट को उपयोग करते हैं | जिसे Network Of Internet भी कहा जाता है | ये एक बहुत बड़ा Server है जिससे अनेक प्राइवेट सेक्टर ,गवर्मेंट सेक्टर ,स्कूल ,कॉलेज ,busness , आदि जो कि आपस मैं एक दुसरे से नेटवर्क के जरिये कनेक्ट हैं. और इन्टरनेट का उपयोग कर पाते हैं |
2. इन्टरनेट का इतिहास क्या है ?
दोस्तों सन 1957 मैं रूस देश ने दुनिया का पहला आर्टिफिशियल सेटेलाइट Sputnik को सफलतापूर्वक लांच कर दिया था | और cold war के समय इस घटना ने एक हलचल सी पैदा कर दी थी |
इसके बाद us ने भी (MIT) के साथ मिल्क्कर युद्ध जैसे हालात से निपटने के लिए Advance Research Project Agency की स्थापना कर दी गयी थी जो अब DARPA जानी जाती है |
और तो और सन 1980 के दौरान national science foundation ने अनेक तरह की शिक्षा और research के लिए NSFnet नाम का एक network बनाया जिसके चलते बाद मैं इसे ARPAnet के साथ जोड़ दिया गया और इस नेट वर्क को इन्टरनेट नाम दिया गया |
इसी के समय 1980 मैं Tim Berners Lee ने जिनका नाम शायद सभी ने सुना होगा जिन्होंने www यानी (world wide web पर रिसर्च करना शुरू किया और उन्होंने Information शेयर करने के लिए
HTML यानी (Hyper Text Markup Language ) बनाई जिसे हम वेबसाइट के लिए उपयोग करते हैं |
यदि इसकी असलियत की बात करें तो शुरुआत मैं इन्टरनेट एक प्राइवेट नेटवर्क था लेकिन धीरे - धीरे इसने अपना एक विशाल अंतरजाल बना लिया जो कि आज लगभग हर देश हर संस्थान मैं उपलब्ध है | क्यूंकि इन्टरनेट की बढ़ती मांग को देखकर ऐसा नहीं लगता कि कोई भी देश इसके बगैर चल रहा हो ये आज की अर्थ व्यवस्था की एक अभिन्न अंग बन गया है ?
3. इन्टरनेट को आखिर कैसे बनाया जाता है ?
इंटरनेट को बनाने के लिए सबसे पहले Database Servers को स्थापित किया जाता है। दोस्तों यदि आपको Database Server का मतलब नहीं पता तो हम आपको बताते हैं की यह एक तरह का Software होता है जोकि Internet पर सभी तरह के data या content जैसे कि Web pages, Text, Video, Audio, Images, Movies आदि को स्टोर करता है और Internet पर Client द्वारा Request करने पर वह कंटेंट या डाटा Client तक पहुँचाता है | इसके बाद उन Database Computers को IP और TCP Technology के द्वारा Fiber Cable की मदद से जोड़ दिया जाता है।
फिर उन Cables के जरिए दुनिया के अन्य बड़े Database को जोड़ा जाता है। इस तरह एक Internet का जाल तैयार हो जाता है। जो दुनिया भर के Database के साथ जुड़ा होता है।
और उसके बाद वह Data Base आपके router के जरिए आपके Computer के साथ Wire या फिर Wireless माध्यम से जुड़ा होता है जिससे आप बड़ी आसानी से इंटरनेट चला पाते हैं ।
4. इन्टरनेट के फायदे और नुकसान.
दोस्तों सबसे पहले इन्टरनेट के फायदे देखे जाएँ तो इंटरनेट का महत्व शिक्षा के क्षेत्र में देखे तो अत्यधिक बढ़ गया है। आज Schools भी Online Classes शुरू करने लगे है और बच्चे भी Online पढ़ाई करने लगे हैं।
ऑनलाइन पढ़ाई में सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि बच्चे कभी भी पढ़ सकते है और इसके द्वारा उनको समझ भी जल्दी आता है क्योंकि –
आज के समय मे Graphic के द्वारा किसी भी चीज़ को आसानी से समझाया जा सकता है जो कि एक Normal किताब पर छापे हुए चित्र से मुमकिन नही है।
बैंकिंग के क्षेत्र में Online Transactions को कितना महत्व दिया जा रहा है। आज सभी प्रकार की बड़ी Banking Related Transactions ज्यादातर Online ही होती है।
क्योंकि Online Transactions में उन सभी जानकारियों पर नज़र रखना आसान होता है और यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी हो जाए तो उसे पकड़ना भी आसान हो जाता है। यहाँ तक कि Government भी सभी को Online Transactions करने की ही सलाह देती है ताकि यदि आपका पैसा कभी गलती से किसी दूसरे व्यक्ति के पास चला जाए तो आप उसको वापिस पा सके, इसलिए Government ने छोटे और Secure Transactions के लिए UPI जैसे Platform को भी Launch किया है |
आज इन्टरनेट इतना ज्यादा फ़ास्ट हो गया है कि आप नौकरी को भी Online Search कर सकते है यदि आप किसी Private या सरकारी क्षेत्र में काम करना चाहते है.
अगर हम Travelling के क्षेत्र में भी देखे तो, आज सभी लोग Online ही टिकट बुकिंग करना पसंद करते है क्योंकि किसी भी व्यक्ति को Counter पर जाकर लाइन में खड़ा होना पसन्द नही है।
बिज़नेस के क्षेत्र में, Ecommerce Business, Communication skills के क्षेत्र में, ग्रामीण के क्षेत्र आदि मैं इन्टरनेट हमारे लिए काफी फायदेमंद साबित होता है ?
इन्टरनेट के नुकसान -
अब जरा इसके नुकसान के बारे मैं भी जान लेते हैं.दोस्तों इंटरनेट के अगर कुछ फायदे है तो इसके नुकसान भी बहुत है ?
जैसे कि इंटरनेट की मदद से Negativity बहुत तेज़ी से और कम समय मे फैलाई जा सकती है और
आज के समय मे ऐसा हो भी रहा है जिसके कारण सरकार ने इसको रोकने के लिए कई कड़े कदम भी उठाए है। ताकि लोगो को Negativity और Negativity फैलाने वाले लोगो से बचाया जा सके।
इंटरनेट के जरिए कुछ लोग हैकिंग जैसे कामों को भी अंजाम देते है। जैसे कि अभी पिछले ही साल एक कंप्यूटर वायरस ने सभी को बहुत परेशान किया हुआ था।
Cyber Crime भी इंटरनेट की मदद से ही किया जाता है जिसकी वजह से कुछ लोग Depression में आ जाते है और मर भी जाते है।
इंटरनेट के द्वारा लोगो की जानकारी को भी चुराया जाता है। जैसे के आज के समय मे Google और Facebook जैसे अनेक Companies अपने Users का डेटा लेकर उसका इस्तेमाल खुद के फायदे के लिए करती है।
इंटरनेट के द्वारा बहुत से बच्चे गलत चीज़ों को जाने अनजाने में कर बैठते है जैसे कि कई बार वो गलत वेबसाइट पर पहुँच कर ऐसी Information शेयर कर देते है जिससे कि उनको Financial नुकसान भी उठाना पर सकता है।
इंटरनेट के द्वारा अश्लीलता को भी बड़ी ही आसानी से फैलाया जा सकता है। जिससे कि लोगो को बहुत नुकसान भी होता है और खाश कर यदि ये चीज़े छोटे बच्चों की नज़र में आ जाए तो इससे उनकी मानसिकता पर भी काफी गलत प्रभाव पड़ता है। ये सब इन्टरनेट के भारी नुकसान थे ऐसे बहुत सारे नुकसान इन्टरनेट के होते हैं इसलिए हमें हमेशा इन्टरनेट का इस्तेमाल करते समय अपनी Security का ज्यादा ध्यान देना अनिवार्य है
5. इन्टरनेट का मालिक कौन है ?
दोस्तों जन्हा इन्टरनेट के मालिक की बात आती है वंहा इसका जबाब देना थोड़ा मुस्किल होता है क्यूंकि दोस्तों इन्टरनेट एक विशाल नेटवर्क है जोकि कई सारे नेटवर्क से मिलकर बना है ऐसे मैं कोई व्यक्ति या कोई संस्था इसके मालिक होने का दावा नहीं कर सकता |
क्यूंकि इन्टरनेट चलाने के लिए अनेक चीजों की जरुरत पड़ती है optical cable, ip address, domain name, router और internet tower जैसी कई चीजों की जरुरत पड़ती है और इन चीजों के अलग अलग मालिक हो सकते हैं |
दुनिया भर मैं ऐसी कई सारी organizations हैं जो इन्टरनेट के कई सारे standars को निर्धारित करते हैं लेकिन उनका भी इन्टरनेट पर कोई अधिकार नहीं है | कोई एक कंपनी या किसी देश की सरकार इन्टरनेट के मालिक होने का दावा नहीं कर सकती | इसलिए आपको बता दें कि इन्टनेट का कोई मालिक नहीं होता |
तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि आपको ये पोस्ट काफी informative साबित हुई होगी यदि आपको हमारी पोस्ट पसंद आई हो तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर जरुर कर देना | आपके शेयर करने से हमारा हौंसला दुगना हो जाता है ?
धन्यवाद
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